२००० वर्ष पहले की कोई और घटना संसार का ध्यान अपनी तरफ़ इस तरह नहीं पकड़ती जैसे कि क्रिसमस और यीशु का जन्म. दूसरे हाथ पर, कुछ शायद क्रिसमस के बारे में कहें, ”फिर से!” या शायद उनके शब्द ये हों, “किसी अनब्याही किशोरी को किसी गोशाला में बच्चा होता है और हम सब पागल हो जाते हैं!”
लेकिन मैं आपको एक बात बता सकता हूँ जो कि लगभग हमेशा क्रिसमस की कहानी के बारे में छोड़ दी जाती है जो कि शुरुआत में उनके लिए जिन्होनें प्राचीन इजराइल में पहले पहले उसे सुना, दर असल बहुत महत्व रखती थी. “वह क्या है?” आप पूछते हो? ये है: क्रिसमस. की हुई थी. भविष्यवाणी! यह इतनी महत्वपूर्ण है और आज लगभग अज्ञात. मैं समझाने की कोशिश करता हूँ.
जितना की कई क्रिसमस को तिरस्कार करते हैं, इसने ये संभव कर दिया है कि यीशु के जन्म की घटनाएं दूर दूर तक जानी और हर वर्ष मनाई जाती हैं, जैसे की वे २००० वर्ष से आती हो रही हैं. हर जगह सारे संसार में लोग, मसीही या और, अक्सर जाना करते हैं की यीशु का जन्म बेतलेहेम में हुआ था. तुम बलूचिस्तान में एक बच्चा होगे या न्यू यॉर्क में किसी धार्मिक यहूदी विद्यालय में. लेकिन अगर तुम अपने अध्यापक से पूछोगे, “क्रिसमस के बारे में ये क्या बात है?” वे शायद तुम्हें बता सकेंगे की क्रिसमस क्या होता है.
लेकिन लगभग कोई नहीं जानता कि ये क्यों मायने रखता है की यीशु का जन्म बेतलेहेम में हुआ था. और ये इसलिए है क्योंकि परिपूर्ण बाइबिल भविष्यवाणी हमारे प्रबुद्ध समय की अनजान गोचर वस्तुयों में से एक बन गई है. क्या कोई साज़िश रची गई है या गुप्त रूप से जान बुझ के बाइबिल भविष्यवाणी को हमारी जानकारी से मिटाने का प्रयास किया गया है? मुझे नहीं लगता कि सचमुच ऐसा है. फिर भी भविष्यवाणी का साफ़ साफ़ पूरा होना एक अलौकिक परमेश्वर के सबसे बड़े प्रमाणों में से एक है. एक परमेश्वर जिसके पास मानवजाति के लिए एक रचना है और जो घटनायों को प्रकाश और अंधकार के बीच एक अंतिम तसलीम की तरफ़ ले जा रहा है.
“बढ़िया मार्क! तो क्रिसमस के बारे में क्या भविष्यवाणी की गई थी?”
सबसे पहले बेतलेहेम खुद परमेश्वर द्वारा पहले से ही स्पष्ट रूप से मीका भाविश्वक्ता के मुंह के द्वारा आने वाले यहूदियों के राजा का जन्मस्थान बतलाया गया था, यीशु के जन्म के ७०० वर्ष पूर्व. मीका ५:२ में लिखा है, (परमेश्वर बेतलेहेम के शहर से कह रहा है), “हे बेतलेहेम एप्राता, यदि तू ऐसा छोटा है कि यहूदा के हजारों में गिना नहीं जाता, तौभी तुझ में से मेरे लिये एक पुरूष निकलेगा, जो इस्राएलियों में प्रभुता करने वाला होगा; और उसका निकलना प्राचीन काल से, वरन अनादि काल से होता आया है.”
यीशु के समय के यहूदी ये पूरी तरह से जानते थे कि इसका मतलब क्या था और उन्होनें ये साबित करने के लिए कि यीशु मसीह नहीं था, इसका इस्तेमाल भी किया. यीशु बेतलेहेम में पैदा हुआ था पर वह नासरत में बड़ा हुआ था. तो न मानने वाले यहूदी जानते थे कि यीशु नासरत से था और बोले, “क्या पवित्र शास्त्र में यह नहीं आया, कि मसीह दाऊद के वंश से और बेतलेहेम गांव से आएगा जहां दाऊद रहता था?” (यूहन्ना ७:४२). परन्तु यीशु बेतलेहेम से ही आया था; वह वहां पैदा हुआ था हालाँकि वह नासरत में बड़ा हुआ था. मैं समझता हूँ की वे लोग जो इस बात को उसके खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे थे, उन्होनें अपनी खोज पूरी तरह से नहीं की थी.
उसका क्या मतलब है ”दाऊद के वंश से और बेतलेहेम गांव से आएगा जहां दाऊद रहता था”? और फिर से, ये मुख्यत: उनके लिए महत्व रखता था जो लोग २००० वर्ष पहले रहते थे, पर आज कल हम लोगों के लिए लगभग बिलकुल नहीं. आने वाला मसीह यहूदियों के लिए राजा दाऊद, इजराइल के सबसे महान राजा का सीधा वंशज होना था. और, जैसा की हमने पढ़ा है, मसीह को बेतलेहेम से आना था. अब, २००० वर्ष बाद, लोग अभी भी जानते हैं कि यीशु का जन्म बेतलेहेम में हुआ था. लेकिन इसका महत्व कहानी से मिटा दिया गया है.
ये पहले से बतलाया गया था, भविष्यवाणी की गई थी और उस समय का हर इसरायली ये बात जानता था. वे ये भी जानते थे कि मसीह राजा दाऊद का वंशज होना था. क्या यीशु दाऊद का जिस्मानी वंशज था. बिलकुल! लूका का सुसमाचार, अनुवाक्य ३:२३ से ३८, “कुंवारी मरियम” की वंशावली सीधे राजा दाऊद तक वापस खींच ले जाता है.
और उस “कुंवारी मरियम” बात के बारे में क्या? कृपया, मुझे खुश करो पर…ये. भविष्यवाणी. की गयी थी! आने वाले मसीह के बारे में भविष्यवाणी की गई थी कि वह एक कुंवारी से पैदा होगा. यशायाह ७:१४ कहता है, “इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा। सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानूएल रखेगी.” और इम्मानूएल का मतलब है “परमेश्वर हमारे साथ” (मत्ती १:२३)
वो मसीह जिसे उस समय का हर यहूदी खोजता था बेतलेहेम में जन्मना था, दाऊद की वंशावली का और एक कुंवारी से जन्मा. इसीलिए क्रिसमस इतना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यीशु एक अविवाहित किशोरी को पैदा हुआ कोई साधारण छोटा बच्चा नहीं था. वह इजराइल को वचन दिया हुआ मसीह था और है.
और भी है. उस समय का रोमी संसार पहले से ही जानता था की यहूदियों को एक राजा पैदा होने वाला था क्योंकि दानिएल की भविष्यवाणियों की जानकारी कुछ हद तक उस समय के पुरे संसार भर को मालुम थी. प्राचीन रोमी लेखों में कई जगह पाई जाती हैं जहाँ उन्हें मालुम था कि “चौथा राज्य” रोमी साम्राज्य था (दानिएल २:४० & ७:२३) और कि उस समय परमेश्वर “एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनन्तकाल तक न टूटेगा”. (दानिएल २:४४)
अगर आपका क्रिसमस किसी जल्द भोजन के स्तर पर घट कर पहुँच गया है, जैसा की एक फ़ास्ट फ़ूड अड्डे पे, अगर परिपूर्ण भविष्यवाणी की सामग्री आपके आत्मिक भोजन से हटा दी गई है, तब जो वहां शुरुआत में था वह आपको पक्का नहीं मिल रहा. मुझे तो बस गुस्सा आ जाता है कि इस संसार के लोग आत्मिक रूप से कितने कमज़ोर, खाली और कुपोषित हो गए हैं क्योंकि उन्होनें परमेश्वर की महान शक्ति और उसकी यहाँ इस संसार में हमारे जीवन और भविष्य की मुख्य घटनायों को बताने की इच्छा के ज्ञान को खो दिया है. क्रिसमस केवल एक इतिहासिक घटना नहीं थी; ये मानवजाति के इतिहास में सबसे ज्यादा भविष्यवाणी की गई घटनायों में से एक थी. पर यह बात लगभग हमपर से खो गई है.
मैं आशा करता हूँ कि आपका क्रिसमस खुशदिल हो. पर मैं ये भी आशा करता हूँ कि आप “अनुग्रह और पहचान में बढ़ते जाओ” (२ पतरस ३:१८) और सत्य और परमेश्वर के वचन के द्वारा “भीतरी मनुष्यत्व में सामर्थ पाकर बलवन्त होते जाओ” (इफिसियों ३:१६), जिसमें इतना सारा आज के समय में हम में से बृहत बहुमत के लिए इतना दूर और पराया है.
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